इसमें किसी की कोई भूमिका नहीं...; भारत-पाक के बीच सीजफायर कराने वाले दावे पर जयशंकर

इसमें किसी की कोई भूमिका नहीं...; भारत-पाक के बीच सीजफायर कराने वाले दावे पर जयशंकर

Jaishankar Counters Trump Claims

Jaishankar Counters Trump Claims

नई दिल्ली: Jaishankar Counters Trump Claims: विदेश मंत्री एस. जयशंकर यूरोप के तीन देशों के दौरे पर हैं. उन्होंने यहां एक डच चैनल को दिए इंटरव्यू में आतंक के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर, आतंक परस्त पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की. जयशंकर ने इंटरव्यू में भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 2021 में हुआ युद्धविराम (सीजफायर) भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत का नतीजा था, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी. जयशंकर ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान ने खुद ही सीजफायर की बात की थी.

जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें ज्यादातर पर्यटक मारे गए, के संदर्भ में पाकिस्तान के नेतृत्व, विशेषकर सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर भी तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि मुनीर का दृष्टिकोण चरम धार्मिकता से प्रेरित है और पहलगाम में हुए हमले का मकसद धार्मिक उन्माद पैदा करना था. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने पीड़ितों को हिंदू धर्म के आधार पर निशाना बनाया.

मुनीर के धार्मिक कट्टरपंथी विचारों पर प्रहार: जयशंकर ने जनरल मुनीर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कई बयानों से उनके धार्मिक कट्टरपंथी विचार जगजाहिर हैं. उन्होंने बिना किसी लाग-लपेट के कहा कि पाकिस्तान की सेना प्रमुख एक धार्मिक कट्टर शख्स हैं.

अमेरिकी मध्यस्थता के दावों का खंडन: विदेश मंत्री ने उस समय की परिस्थितियों पर भी प्रकाश डाला जब अमेरिका समेत कई देश भारत के संपर्क में थे. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि युद्धविराम भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बात के बाद हुआ था. जयशंकर ने इस बात को दोहराया कि इस प्रक्रिया में किसी भी तीसरे पक्ष ने कोई मध्यस्थता नहीं की थी.

ट्रंप के भारत-पाक के बीच "बिजनेस" संबंधों से तनाव कम करने के दावे: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अक्सर व्यापारिक सौदों के माध्यम से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में अपनी भूमिका का दावा किया है. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ अपनी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने संबंधों पर जोर दिया था.

ट्रंप ने यह भी कहा था कि उन्होंने पाकिस्तान और भारत के साथ बड़े सौदे किए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ है. हालांकि, जयशंकर ने ट्रंप के इन दावों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए कहा कि 2021 का युद्धविराम दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत का परिणाम था.